हमारे अतीत Class 7 (Our Past) अध्याय-1 हजार वर्षो के दौरान हुए परिवर्तनो की पडताल (वन लाईनर व्याख्या)
हमारे अतीत Class 7 (Our Past) JOIN OUR TELEGRAM GROUP हमारे अतीत तेरहवी सदीं में जब फारसी के इतिहासकार मिन्हाज-ए-सिराज ने हिन्दूस्तान शब्द का प्रयोग किया था…
हीगल की द्वद्वात्मक प्रणाली
हीगल की द्वद्वात्मक प्रणाली हीगल के मतानुसार द्वनद्धवाद एक स्वतः उत्पन्न प्रक्रिया है। यह जगत के विकास का सिद्धान्त है तथा यह “आत्म-त्व’ के निरन्तर विकास की…
माक्स के ऐतिहासिक भौतिकवाद की व्याख्या
माक्स के ऐतिहासिक भौतिकवाद की व्याख्या माक्स ने इतिहास की भौतिकवादी व्याख्या के अन्त्गत आर्थिक व भौतिक तत्वों को प्रमुखता दी है । माक्स के अनुसार मानव…
माक्स के इतिहास की भौतिकवादी अवधारणा की आलोचना
माक्स के इतिहास माक्स के इतिहास की भौतिकवादी अवधारणा की आलोचना निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत की गई है (1) एकांगी सिद्धान्त-यह कहना वस्तुत: अतिशयोक्ति है कि परिवर्तन…
अतिरिक्त मूल्य के सिद्धान्त पर कार्ल माक्स के विचार | कार्ल माक्स
अतिरिक्त मूल्य के सिद्धान्त का प्रतिपादन कार्ल माव्र्स ने किया था। माक्स के अनुसार प्रत्येक वस्तु का वास्तविक मूल्य उस पर व्यय किये गये श्रम के अनुसार…
पूँजीवाद से क्या आशय है ? पूँजीवाद के मुख्य लक्षणों एवं यूरोप में पूँजीवाद के उदय के कारणों पर प्रकाश डालिये।
पूँजीवाद पन्द्रहवीं शताब्दी के अन्त में यूरोप में जो नयी अर्थव्यवस्था उभर रही थी उसे पूँजीवाद कहा जाता है। पूँजीवाद एक संस्था से अधिक एक लोकाचार है।…
प्लेटो के न्याय सिद्धान्त का स्वरूप
प्लेटो ने न्याय सिद्धान्त के दो स्वरूपों का वर्णन किया है– ( 1) व्यक्तिगत, (2) सामाजिक। (1) व्यक्तगत न्याय का स्वरूप- पाइथोगोरस की तरह प्लेटों मानवीय आत्मा…
प्लेटो के न्याय सिद्धान्त’ की व्याख्या कीजिए
प्लेटो का न्याय सिद्धान्त उसके राजनीतिक दर्शन का सार प्लेटो का न्याय सिद्धान्त उसके दर्शन की आधारशिला है। यही कारण है कि प्लेटो नें अपनी प्रसिद्ध कृति…