वायु-सेना-दिवस
वायु सेना दिवस – आपकी प्रतियोगी परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण टॉपिक में से ।
वायु सेना दिवस पर सेना में शामिल हो रहे है ‘काम्बैट चॉपर‘ ।
आइऐ जानते है ‘काम्बैट चॉपर के बारे में और वायु सेना दिवस पर कुछ खास पेशकस
180 डिग्री पर स्थिर, 360 डिग्री में ये उड़ने की ताकत रखते है। 360 डिग्री के कोण पर जरूरत पड़ने पर पलट सकता है।
लागत: 150 करोड़ रूपऐ
ऊँचाई: 15 फीट लम्बाई: 51 फीट
क्षमता: 5800 किलोग्राम
स्पीड: 286/288 किमी प्रति घंटा
रेंज क्षमता: 580 किमी(हथियारों सहित)
चढ़ाई: 2400 फीट प्रति मिनट
ये किसी भी तरह के यूएवी या घातक ड्रोन को हवा में मार गिराने में सक्षम है।
इसकी कैनन से हर मिनट में 750 गोलियां दागी जा सकती है।
पहली बार में कुल 15 हैलीकॉप्टर मिलने की उम्मीद है। 15 में से 10 वायुसेना को मिलेंगे।
ये चॉपर वायु सेना दिवस पर देश को मिलने वाले है। वायुसेना के स्थापना दिवस पर जमीनी और पहाड़ी लड़ाई का कारगर हथियार मिलने वाला है। दुर्गाष्टमी के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वदेशी हेलीकॉप्टर की पहली स्कवाड्रन शामिल करेंगे। यह 180 डिग्री के कोण पर स्थिर रहकर और 360 डिग्री के कोण पर उड़कर चार तरह से अटैक करने की ताकत रखता है।
क्यों मनाया जाता है वायु सेना दिवस ?
भारत हर वर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस वायु सेना के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए एक संगठन के रूप में वायुसेना दिवस मनाता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और अधिकार को मजबूत करने का एक प्रयास है।
भारत का सबसे बड़ा वायु सेना स्टेशन गाजियाबाद में स्थित हिंडन वायुसेना स्टेशन है।
भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। भारतीय वायु सेना का पहला आपरेशनल स्कवाड्रन 8 अक्टूबर को ही अस्तित्व में आया।
भारतीय वायुसेना भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। स्वतन्त्रता से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था। भारतीय वायुसेना का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
भारतीय वायुसेना के वर्तमान में अध्यक्ष वर्तमान में वायुसेना अध्यक्ष
भारतीय वायुसेना के सेनापति को वायुसेनाध्यक्ष कहा जाता है।
वर्तमान में भारतीय वायुसेना के अध्यक्ष वीआर चौधरी है। इन्होने आरकेएस भदौरिया की जगह ली है।